वैश्विक उत्तरदायित्व बोध की चुनौती
इसके पहले तीन महीनों में विश्व के सभी देशों ने अपने को अप्रत्याशित स्थिति में पाया। एक अदृश्य वायरस-कोरोना ने विश्व में तहलका मचा दिया। इससे निपटने की रणनीति किसी के पास नहीं थी। मानव इतिहास में इस जैसा कोई उदाहरण कहीं नहीं दिखा। शायद दोनों विश्वयुद्ध भी ऐसा नहीं कर पाए होंगे। पहली बार हर देश प्रभा…